कोरोना संक्रमण में देशवासियों को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से सरकार द्वारा “फिट इंडिया फ्रीडम रन” को लॉन्च किया गया है। यह कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलेगा। इस मूवमेंट में देशभर के लोगों को शामिल होने की अपील की गई है। सीबीएसई ने भी इस मूवमेंट में शामिल होने के लिए अपने सभी स्कूलों को गाइडलाइन भेजी है।
खेल मंत्रालय की ओर से 15 अगस्त से 2 अक्टूबर के बीच “फिट इंडिया फ्रीडम रन” कार्यक्रम को आयोजित किया जा रहा है। कोरोना की वजह से घर में महिनों से बैठे लोगों को स्वस्थ्य बनाने के उद्देश्य को पूरा करने लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
क्या है फिट इंडिया फ्रीडम रन
खेल मंत्रालय के अंतर्गत “फिट इंडिया फ्रीडम रन” कार्यक्रम को आयोजित किया गया है। फिट इंडिया मूवमेंट एक सप्ताह तक आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में लोगों को मोटापा, तनाव, आलस, चिंता और अन्य बीमारियों से मुक्ति दिलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस मूवमेंट में बच्चों को भी शामिल किया जा रहा है। इसमें बच्चों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई ने अपने संबद्ध सभी स्कूलों को फिट इंडिया मूवमेंट में हिस्सा लेने के लिए नोटिस जारी किया है।
सीबीएसई ने स्कूलों से क्या कहा
सीबीएसई ने अपने एक नोटिफिकेशन में फिट इंडिया फ्रीडम रन में शामिल होने के लिए सभी स्कूलों को गाइडलाइन जारी की है। इसमें सीबीएसई ने कहा है कि जो भी छात्र जहां है वह वहीं से रोजाना कुछ दूरी तक दौड़कर इस मूवमेंट का हिस्सा बन सकते हैं। इसके साथ ही स्कूलों के शिक्षक, कर्मचारी व छात्रों के अभिभावक भी इसमें भाग ले सकेंगे। इसमें शामिल होने वाले प्रतिभागी अपनी दौड़ को कई दिनों में बांट सकते हैं, यह जरूरी नहीं है कि एक ही दिन लंबी दूरी तक दौड़ा जाए। इस दौड़ की दूरी को नापने के लिए छात्र व शिक्षक जीपीएस का उपयोग कर सकते हैं। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले प्रतिभागियों को #run4india हैसटैग के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करनी होगी। स्कूलों को फिट इंडिया फ्रीडम रन में शामिल होने वाले अपने छात्रों, शिक्षकों व अन्य स्टॉफ व उनके द्वारा तय की गई दूरी की जानकारी www.fitindia.gov.in पर अपलोड करनी होगी।
दौड़ने से क्या फायदे होते हैं
दौड़ने से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। रोजाना दौड़ना सभी की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। दौड़ना एक महत्वपूर्ण एक्सरसाइज मानी जाती है, यही कारण है कि इसको रोजाना की जाने वाली एक्सरसाइज का हिस्सा बनाया गया है। इससे शरीर में लचीलापन आता है और अकड़न दूर होती है। शायद इसीलिए फिट इंडिया फ्रीडम रन का आयोजन किया जा रहा है।
मांसपेशियों मजबूत होना
मांसपेशियों व हड्डियों का मजबूत होना बेहद आवश्यक होता है। इनके मजबूत होने से ही व्यक्ति स्वस्थ बनता है। यदि इनमें कमजोरी आ जाए तो इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। जानकारों के मुताबिक हड्डियां के बनने और नष्ट होने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। दौड़ने से हड्डियों की नई कोशिकाओं के बनने में मदद मिलती है और वह मजबूत होती हैं।
तनाव से मुक्ति
दौड़ने से तन के साथ ही मन भी स्वस्थ रहता है। जानकार बताते हैं कि दौड़ने से शरीर के सेरोटोनिन नामक हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है। इस हार्मोन के बनने से तनाव कम होता है और व्यक्ति खुद को पहले की अपेक्षा स्वस्थ महसूस करता है।
इम्युनिटी पावर बढ़ाने में मददगार
इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए बच्चों और बड़ों को रोजाना कुछ मिनटों के लिए अवश्य दौड़ना चाहिए। कोरोना महामारी से बचने व इस समय खुद की इम्युनिटी पवार को बढ़ाकर आप कई रोगो से दूर रह सकते हैं।
फेफड़े स्वस्थ बनते हैं
दौड़ने से फेफड़ों की भी एक्सरसाइज होती है। जब कोई व्यक्ति दौड़ता है तो ऐसे में उसके द्वारा सांस लेने व छोड़ने से फेफड़ों की एक्सरसाइज होती है और वह पहले की अपेक्षा बेहतर तरह से कार्य करते हैं। इसके साथ ही फेफड़ों के बैक्टीरिया भी बाहर निकल जाते हैं।
वजन कम होता है
दौड़ने से शरीर की अतिरिक्त कैलरी बर्न होती है, जिससे व्यक्ति का वजन नियंत्रित होने लगता है। इसके साथ ही दौड़ने से शरीर की चर्बी भी दूर होती है। मोटापा कम होने से व्यक्ति के शरीर का वजन संतुलित बनता है।
रक्तसंचार बेहतर होता है
दौड़ने से व्यक्ति के शरीर का रक्तसंचार (ब्लड सर्कुलेशन) बेहतर होता है। दौड़ते समय जब शरीर में रक्तसंचार तेजी से होने लगता है तो इससे रक्तवाहिकाओं में जमा फैट धीरे-धीरे कम होने लगता है। जिससे भविष्य में हृदय संबंधी रोग होने का खतरा समाप्त हो जाता है।
दौड़ने के लिए जरूरी टिप्स
स्कूली शिक्षा और ब्राइट ट्यूटी
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