छात्रों के लिए डिजिटल मार्केटिंग में हैं अपार संभावनाएं

IMG

जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि आज का समय डिजिटल युग बनता जा रहा है। तकनीक व इंटरनेट ने हमें कई सुविधाएं प्रदान की है। आज के समय में हम इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे अपना बिल जमा कर सकते हैं, बाजार जाए बिना कोई भी सामान मंगवा सकते हैं, इसके अलावा किसी वस्तु को खरीदने से पहले ही उसके बारे में विस्तार से जान सकते हैं। इन सभी सुविधाओं को हम अपने मोबाइल व लैपटॉप की मदद से प्राप्त करते हैं। तकनीक ने लगभग हर क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है और ऐसे में इस डिजिटल युग के लिए हर छात्र को तैयार होना चाहिए। आज के दौर में डिजिटल मार्केटिंग एक बेहतर करियर ऑप्शन के रूप में सामने आया है। इसमें इंटरनेट के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के जरिये किसी वस्तु को बेचा जाता या उसका प्रचार किया जाता है। छात्रों के लिए इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद है।

क्या है डिजिटल मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग, मार्केटिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसी भी  तरह की सेवाओं व प्रोडक्ट की बिक्री के लिए जब इंटरनेट के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स की मदद ली जाती है, तो उसको डिजिटल मार्केटिंग कहा जाता है।

लोगों के पास समय की कमी है और ऐसे में लोग सोशल साइट व अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की मदद से लोगों के साथ जुड़े रहते हैं। लोग बाजार जाने से बचने लगे हैं और इसकी जगह वह अपने  मोबाइल व लैपटॉप से शॉपिंग करना पसंद कर रहें हैं। इसके साथ ही लोग घर बैठे अपने लिए किताबे या ऑनलाइन कोर्सेज सर्च कर रहें हैं या उनको खरीद रहें हैं।

हमारी सर्च के अनुसार जरूरत की चीजों को हमारे मोबाइल या लैपटॉप तक पहुंचाने का कार्य डिजिटल मार्केटिंग द्वारा पूरा किया जाता है। इस मार्केटिंग में पूरी तरह से इंटरनेट के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स की मदद ली जाती है।

  

डिजिटल मार्केटिंग क्यों हैं महत्वपूर्ण

दिन-प्रतिदिन लोग इंटरनेट की दुनिया से जुड़ रहें हैं। लोगों को अपना अधिकतर समय इंटरनेट पर बिताना अच्छा लगता है और वह इसे आदत बना चुके हैं। ऐसे में डिजिटल मार्केटिंग का महत्वपूर्ण होना एक आम बात है। आपने खुद इस बात को महसूस किया होगा कि बीते कुछ वर्षों से  ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोगों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इस बदलाव के चलते छोटे से छोटे व्यापारी भी अपने व्यवसाय को इंटरनेट के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स व वेबसाइट के माध्यम से प्रस्तुत करने में जुट गये हैं। इस बदलाव का असर हैं कि आज के दौर में डिजिटल मार्केटिंग के प्रोफेशनल लोगों की डिमांड काफी बढ़ गई है।

 

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स में किन चीजों को कवर किया जाता है

ये कोर्स बेहद विस्तृत में इसमें कई प्लेटफॉर्म्स की संपूर्ण जानकारी दी जाती है। छात्र इसके किसी एक प्लेटफॉर्म या दो में भी अपना करियर की शुरूआत कर सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत आने वाले कुछ प्लेटफॉर्म्स को आगे विस्तार से बताया गया है।

  • सर्च इंजन ऑप्टिमाईज़ेशन (SEO) – इस तकनीक को अपनाकर वेबसाइट, किसी लेख या वीडियो आदि को गूगल सर्च के पहले पेज पर लाया जा सकता है। ऐसा करने से दर्शकों व ग्रहकों की संख्या में बढ़ोतरी की जा सकती है। इसलिए वेबसाइट व लेख आदि को एसईओ (SEO) के निर्देशों के अनुरूप तैयार करना चाहिए।
  • गूगल ऐड (Google Ads) -  गूगल ऐड्स डिजिटल मार्केटिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें गूगल की मदद से विभिन्न साइट्स पर ऐड्स यानी विज्ञापन दिए जाते हैं। इस प्लेटफॉर्म में विज्ञापन बनाए जाते हैं और उन्हें अपने ग्राहकों तक पहुंचाया जाता है।
  • ई-मेल मार्केटिंग – किसी भी प्रोडक्ट की जानकारी लोगों को ई-मेल के द्वारा देना ही ईमेल मार्केटिंग कहलाता हैं। इस तकनीक के उपयोग से ग्राहकों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
  • सोशल मीडिया – सोशल मीडिया के अंतर्गत आने वाले सभी प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते हुए प्रोडक्ट का प्रचार किया जाता है। इसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम व अन्य की मदद से ग्राहकों तक पहुंचा जाता है। इस अलग क्षेत्र के करियर के रूप में भी देखा जा सकता है।
  • यूट्यूब चैनल – दुनियाभर के लाखों-करोड़ों लोगों द्वारा यूट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्लेटफॉर्म में आप वीडियो के द्वारा अपने प्रोडक्ट का प्रचार कर सकते हैं।
  • अफिलिएट मार्केटिंग – अफिलिएट मार्केटिंग भी डिजिटल मार्केटिंग का एक पार्ट है। इसमें किसी भी प्रोडक्ट को बेचने से प्राप्त हुआ कमीशन से मुनाफा कमाया जाता है।
  • ऐप्स मार्केटिंग – आज के दौर में अधिकतर लोग मोबाइल ऐप के जरिए ही बैंक में पैसे भेजना, शॉपिंग करना या बिल भरना आदि कार्य करते हैं। ऐसे में ऐप की मार्केटिंग करना व उसके जरिये अपने प्रोडक्ट की सेल को बढ़ाने के लिए ऐप मार्केटिंग की जाती है।
  • अन्य प्लेटफॉर्म्स – इसके अलावा डिजिटल मार्केटिंग में वेब मास्टर, गूगल एनालिटिक्स व अन्य कई प्लेटफॉर्म को उपयोग करना सिखाया जाता है।

 

इस कोर्स के लिए योग्यता

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स को कई इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी व कॉलेज सिखाते हैं। कुछ संस्थानों में इसके लिए बारहवीं पास न्यूनतम योग्यता रखी गई है। जबकि देखा जाए तो इस कोर्स के लिए किसी विशेष प्रकार की योग्यता की आवश्यकता नहीं है, जिन छात्रों को इंटरनेट पर समय बिताना अच्छा लगता है, वह इस कोर्स में अपना भविष्य बना सकते हैं। इसके अलावा यूट्यूब आदि से भी छात्र इस कोर्स को आसानी से सीख सकते हैं।

 

भविष्य में संभावनाएं

जिस तरह से आप और हम मोबाइल व इंटरनेट के आदि हो चले है उससे आप खुद ही इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि भविष्य में इस क्षेत्र में करियर बनाने की क्या संभावनाएं होगी। फिलहाल कुछ रिपोट्स को देखा जाए तो पता चलता है कि भारत में ये इंडस्ट्री 25-30 फीसदी बढ़ोतरी कर रही है। इस तरह आने वाले समय में डिजिटल मार्केटिंग के स्किल्ड प्रोफेशनल्स की भारी मांग रहेगी।