गूगल क्या है, किसने बनाया और छात्र इसको कैसे उपयोग कर सकते हैं

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आज के समय में दुनियाभर की जानकारियां बस आपके एक क्लिक पर मौजूद हो जाती है। इंटरनेट धीरे-धीरे हमारी जिंदगी का हिस्सा बनता जा रहा है। इंटरनेट व सर्च इंजन की मदद से हम दुनिया के एक किसी भी हिस्से की जानकारी पल भर में पा सकते हैं। लेकिन पहले इंटरनेट तो आ गया था लेकिन सर्च इंजन इतने सक्षम नहीं थे कि उनसे किसी भी जानकारी को आसानी से पाया जा सके। लोगों की इस समस्या का समाधान गगूल ने किया और दुनिया को ऐसा सर्च इंजन प्रदान किया जो आज लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। आज की युवा पीढ़ी को यदि किसी विषय की जानकारी लेनी होती है तो वह किताबों की अपेक्षा गूगल में देखना ज्यादा पसंद करते हैं। इससे लोगों को सटीक जानकारी पल भर में मिल जाती है। लेकिन इस सुविधा को प्रदान करने वाले गूगल के इतिहास के बारे में लोगों को ज्यादा मालूम नहीं हैं। आज हम आपको इस लेख में बताएंगे कि गूगल की शुरुआत कैसे हुई, गूगल को किसने बनाया और गूगल कैसे काम करता है, गूगल किन प्लेटफॉर्म के जरिये अपनी सेवाएं प्रदान करता है और ये सेवाएं हमारे लिए कैसे उपयोगी होती है।

 

गूगल क्या है

गूगल एक मल्टीनेशनल कंपनी है, जिसने एक पापुलर सर्च इंजन गूगल का निर्माण किया है। जब हम किसी विषय को गूगल के सर्च इंजन पर खोजते हैं तो ये सबसे सटीक व उपयोगी जानकारियों को हमारे मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन पर शो करता है। इसमें सर्च करने के बाद आपको विभिन्न वेबसाइट्स की जानकारी क्रमवार रूप में दिखाई देती है। गूगल अपने कई नियमों के आधार पर हमारी सर्च के अनुसार रिजल्ट प्रदान करता है। ये सेवा के रूप में स्टोरेज ड्राइव, ईमेल, सर्च क्लाउड कंप्यूटिंग, ऑनलाइन एडवरटाइजिंग टेक्नोलॉजी, एप्लीकेशन प्लेस्टोर, सॉफ्टवेयरहार्डवेयर आदि प्रदान करता है। आज दुनिया भर में इंटरनेट यूज करने वाले 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग गूगल का इस्तेमाल करते हैं

 

गूगल को किसने बनाया

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले दो छात्र लैरी पेज (Larry Page) व सर्गेई ब्रिन (Sergey Brin) ने अपने यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट में सर्च इंजन बनाने की ठानी। ये दोनों ही एक ऐसी तकनीक पर काम करना चाहते थे जो वेबसाइट के पेजों की रैकिंग कर सके।   

इस तरह धीरे-धीरे गूगल सर्च इंजन का निर्माण शुरू हुआ। वर्ष 1997 में Google.com के डोमेन को रजिस्टर कराया गया। इसके बाद 1998 में इसकी शुरूआत की गई।

 

गूगल का नाम कहा से लिया गया

Google का नाम मैथामैटिक्ल शब्द Googol से लिया गया है। इसका मतलब होता है एक के बाद सौ जीरो। वर्ष 2008 में इसमें क्रोम ब्राउजर बनाया गया। गूगल लोगों को अपनी अधिकतर सेवाएं मुफ्त में उपयोग करने के लिए देता है। गूगल लोगों को भी कमाई करने का विकल्प प्रदान करता है।

 

गूगल के प्रोडक्ट व सेवाएं

गूगल ने अपने कई प्रोडक्ट व सेवाएं लोगों को प्रदान की है। इन सभी को आगे संक्षिप्त में क्रमवार तरीके से बताया गया है।

सर्च इंजन (Search Engine) गूगल को सबसे ज्यादा एक सर्च इंजन के रूप में उपयोग किया जाता है। इसमें उपयोगकर्ता किसी भी चीज को आसानी से खोज सकता है।

एंड्रोइड (Android) एंड्रोइड मोबाइल फोन में इस्तेमाल किये जाने वाला ओपरेटिंग सिस्टम है। इसे दुनिया के अधिकतर मोबाइल में यूज किया जाता है।

क्रोम ब्राउजर (Chrome Browser) इस ब्राउजर को कंप्यूटर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए आप तेजी से साइट को ओपन कर सकते हैं।

ब्लॉगर (Blogger) ब्लॉगर गूगल की एक फ्री सेवा है। इसमें कोई भी व्यक्ति वेबसाइट की तरह ही अपना ब्लॉग बनाकर अपने विचार लोगों के समक्ष रख सकता है।

जीमेल (Gmail) इस सेवा के जरिए आप किसी को भी ईमेल भेज सकते हैं। इसमें भी आपको स्टोरेज स्पेस दिया जाता है।

यूट्यूब (YouTube) ये प्लेटफॉर्म लोगों को अपनी वीडियो अपलोड करने व उन्हें लोगों तक पहुंचाने का कार्य करता है।

गूगल+ (Google+) - इसे एक सोशल साइट की तरह बनाया गया था, जिसको बाद में बंद कर दिया गया।

गूगल पे (Google Pay) इस सेवा के जरिए आप किसी भी व्यक्ति को सुरक्षित तरीके से पैसे भेज सकते हैं।

गूगल कैलेंडर (Google Calendar) इसके अंतर्गत आप अपनी दिनभर की मीटिंग को नोट कर सकते हैं। इसके साथ ही किसी कार्यक्रम को ऑफिस या दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

गूगल बुक्स (Google Books) इसमें किताबों को पढ़ने के इच्छुक लोग अपनी मनपसंद किताब को खोज कर पढ़ सकत हैं।

गूगल कॉन्टैक्ट्स (Google Contacts) इसके जरिए आप अपने मोबाइल के सभी नंबरों को सेव कर सकते हैं।

गूगल ड्राइव (Google Drive) इसमें लोगों को एक क्लाउड स्पेस दिया जाता है। जिसमें व्यक्ति अपने दस्तावेजों व फोटों को सेव कर सकते हैं। इसमें फाइल को एडिट करने का भी विकल्प होता है।

गूगल डॉक्स (Google Docs) -  गूगल डोक्स को लोग मुफ्त में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें आप माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, को ऑनलाइन रूप से इस्तेमाल करते हुए सेव भी कर सकते हैं और किसी के साथ शेयर भी कर सकते हैं।

गूगल न्यूज़ (Google News) इसमें गूगल दुनिया भर की न्यूज़ वेबसाइट्स से पॉपलुर न्यूज को आपको दिखाता है।

गूगल मैप्स (Google Maps) इसके जरिए व्यक्ति को किसी भी जगह को खोजने में परेशानी नहीं होती है। वह मैप्स में निर्धारित पते को डालता है और उसको पल भर में सही रास्ता बता दिया जाता है।   

इसके अलावा भी गूगल के कई प्रोडक्ट मौजूद हैं।

 

छात्रों के लिए ये कैसे उपयोगी है

छात्र गूगल की सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं। गूगल के क्लाउड स्पेस का उपयोग कर छात्र किसी भी जगह से अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र अपने सब्जेक्ट या अपनी किसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। इसके जरिए किसी भी जानकारी को पल भर में पाया जा सकता है।

यदि छात्र को किसी टॉपिक को समझना हो तो वह यूट्यूब व अन्य एजुकेशनल साइट्स से संबंधित टॉपिक्स को आसानी से समझ सकते हैं। लेकिन छात्रों को अपनी कक्षा के लेटस्ट सिलेबस को अनुभवी शिक्षकों से ऑनलाइन पढ़ने के लिए ब्राइट ट्यूटी जैसे स्टडी प्लेटफॉर्म को ही चुनना चाहिए। ये देश का लोकप्रिय स्टडी प्लेटफॉर्म है, जो कक्षा 6 से 10वीं तक के छात्रों को ऑनलाइन कोर्स प्रदान करता है। सीबीएसई सहित 20 से अधिक स्टेट बोर्ड के सिलेबस को इसमें कवर किया गया है। ये प्लेटफॉर्म छात्रों को बेहद ही रोचक तरीके से कॉन्सेप्ट को समझाता है। इसके साथ ही ब्राइट ट्यूटी के वीडियो लेक्चर्स में छात्रों को उनकी पाठ्यपुस्तकों के प्रत्येक अध्याय, टॉपिक, एक्सरसाइज व प्रश्न को विस्तार से हल कराया जाता है।  

इसके कोर्स में छात्रों को असाइनमेंट्स, बहुविकल्पीय प्रश्न-उत्तर, व परीक्षा किट प्रदान की जाती है। इस स्टडी मैटीरियल से स्कूली सिलेबस को समझना और परीक्षा में अधिक आना लाना बेहद आसान हो जाता है।