घर में रहते हुए अपनी अंग्रेज़ी को कैसे बनाएं बेहतर

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कोरोना संक्रमण के बाद से ही स्कूल स्थगित चल रहें हैं। ऐसे में छात्र अपने कमजोर विषयों को मजबूत कर सकते है। सही योजना व उसके पालन करते हुए निरंतर अभ्यास से हर कार्य में सफलता पाई जा सकती है। कोरोना की वजह से स्कूलों के बंद होने के दौरान छात्र अपनी अंग्रेज़ी भाषा को बेहतर बना सकते हैं।

आज के दौर में भले ही कार्य कुशल (Skilled) व्यक्तियों की भारी मांग हो, लेकिन इन व्यक्तियों के बीच में अंग्रेज़ी के जानकारों या अंग्रेज़ी बोलने वालों को अधिक महत्व दिया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आज कंपनियों में मुख्यतः अंग्रेज़ी भाषा में ही कार्य होता है। लेकिन इस भाषा से दूर भागने की अपेक्षा आप इसे अपना दोस्त बनाएं। यकीन मानिए  भाषा को छात्र हिंदी की तरह ही तेजी से सीख सकत हैं। इसके लिए आपको निरंतर अभ्यास की आवश्यकता होती है और लॉकडाउन में आपके पास अभ्यास करने के लिए भरपूर समय है।

किन छात्रों को होती है ज्यादा समस्या

देश के स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले छात्रों की संख्या बेहद अधिक है। इन स्कूलों में छात्रों को सभी विषय हिंदी भाषा में ही पढ़ाए जाते हैं। अंग्रेज़ी को समझने व बोलने में इन छात्रों को ही ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है। स्कूलों में छोटी आयु से ही अंग्रेज़ी विषय को न पढ़ना व इस विषय पर कम ध्यान देना भी छात्रों के लिए आगे चलकर बड़ी समस्या बन जाती है। लेकिन अन्य विषयों की तरह ही छात्रों को इस विषय पर भी निरंतर ध्यान देना चाहिए।

 

अंग्रेज़ी बेहतर ने होने के कारण

  1. अंग्रेज़ी विषय को पढ़ने से दूर भागना।
  2. अंग्रेज़ी को लिखने की कोशिश न करना।
  3. किसी के साथ अंग्रेज़ी बोलने में हिचकिचाहट महसूस होना।
  4. इस भाषा को आम बोलचाल में इस्तेमाल न करना। 

इस समस्या को दूर करने के लिए क्या करें

अंग्रेज़ी भाषा को सीखना बेहद आसान है। आप इस भाषा को लॉकडाउन में भी सीख सकते हैं और यह भी हो सकता है कि आप जब स्कूल जाएं तो अपने मित्रों के साथ अंग्रेज़ी में ही बात करें। लेकिन इसके लिए निरंतर अभ्यास की आवश्यकता होगी।  

रोजाना अंग्रेज़ी पढ़ें – जो छात्र अंग्रेज़ी सीखना चाहते हैं उन्हें रोजाना अंग्रेज़ी पढ़ने की आदत डालनी चाहिए। इसके लिए वह अपनी पुस्तकें, अखबार, कोई नॉवेल या लेख पढ़ सकते हैं। इसके लिए छात्र अपने मोबाइल पर आने वाली इंग्लिश न्यूज को भी पढ़ सकते हैं।

पहले कुछ दिनों में आपको यह सब बहुत बोरिंग लगेगा। लेकिन जैसे-जैसे आप अंग्रेज़ी पढ़ने की आदत बना लेगें, वैसे-वैसे आपको इसे पढ़ने में आनंद आने लगेगा।

 

अंग्रेज़ी की न्यूज़ या गानें सुनें – अंग्रेज़ी सीखने के क्रम में छात्रों को रोजाना थोड़ी देर अंग्रेज़ी न्यूज या गानें सुनने चाहिए। इस दौरान छात्र अंग्रेज़ी के स्लो बीट के गाने सुन सकते हैं। इससे उन्हें गाने के बोल सुनने और उनको समझने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।

 

रोजाना अंग्रेज़ी के नए शब्दों को सीखने का प्रयास करें – छात्रों को अखबार, किसी स्टोरी या गाने का कोई शब्द समझ न आए तो उसे समझने का प्रयास करना चाहिए। नए शब्दों को सीखते समय छात्रों को मुश्किल शब्द किसी कॉपी में लिख लेने चाहिए और बाद में गूगल या डिक्शनरी की मदद से इन शब्दों के अर्थ समझना चाहिए।

 

चीजों को अंग्रेज़ी में सोचने का प्रयास करें – अंग्रेज़ी पढ़ने, सुनने और समझने के बाद छात्रों को किसी भी बात को अंग्रेज़ी में ही सोचने का प्रयास करना चाहिए। ये आपकी प्रैक्टिस का मुख्य हिस्सा हैं, जब आप अंग्रेज़ी में सोचना शुरु करते हैं या किसी वस्तु या बात को अंग्रेज़ी में कहने का प्रयास करते हैं तो इससे आपका दिमाग अंग्रेज़ी के शब्दों को दोहराने लगता है। इस प्रक्रिया से आप सहज ही अग्रेज़ी में हर चीज को सोचने लगते हैं। ध्यान रखें कि इस प्रक्रिया में शुरूआती दौर में थोड़ी मुश्किल जरूरी होगी। साथ ही यह आपको बोरिंग भी लग सकती है। लेकिन यदि आप अंग्रेज़ी सीखना चाहते हैं तो आपको इस प्रक्रिया को निरंतर बनाए रखना होगा।

 

खुद से अंग्रेज़ी में बात करें – शुरूआती दौर में आपको किसी अन्य व्यक्ति के सामने अंग्रेज़ी बोलने में हिचकिचाहट महसूस होगी। ऐसे में आप खुद से अंग्रेज़ी में बात कर सकते हैं। इसके लिए छात्र शीशे की मदद ले सकते हैं। आप दिन में कुछ मिनटों के लिए शीशे के आगे बैठें और दिनभर में जो भी आपने किया उसको अंग्रेज़ी में बोलने का प्रयास करें। इससे आप नए-नए शब्दों को खोजेंगे और उनको इस्तेमाल करने लगेंगे। कुछ ही दिनों में आप पाएंगे कि आप अकेले ही सही पर अंग्रेज़ी के कुछ वाक्य अवश्य बोलने लगे हैं।

व्याकरण पर ध्यान देना होगा – ऊपर बताई गई प्रक्रिया को दो-तीन महीने तक निरतंर अभ्यास करने के बाद आपको अंग्रेज़ी की व्याकरण पर भी ध्यान देना होगा। देखना होगा कि किस समय-काल के लिए कौन से शबदों को प्रयोग किया जाता है। हर पड़ाव की तरह आपको यह पड़ाव भी बेहद ही मुश्किल लगेगा, लेकिन यकीन मानिए इतना करने से आप अपनी पचास फीसदी प्रैक्टिस पूरी कर चुकें होंगे।

ऊपर बताए गए सभी चरणों के निरंतर प्रयास से आप बेहद ही कम समय में अंग्रेज़ी सीख जाएंगे। यदि आपको अंग्रेज़ी सीखने में ज्यादा समय लग रहा है तो ऐसे में आप सिर्फ धैर्य रखें और निरंतर अभ्यास करते रहें, क्योंकि हर किसी छात्र के सीखने की क्षमता अलग-अलग होती है।

इसके अलावा यदि छात्र अंग्रेज़ी विषय को भी मजबूत या बेहतर बनाना चाहते हैं तो वह ब्राइट ट्यूटी के ऑनलाइन कोर्स की मदद ले सकते हैं। छात्र अपनी 10वीं तक के अंग्रेज़ी विषय की पढ़ाई ब्राइट ट्यूटी से कर सकते हैं। इसमें अंग्रेज़ी के सिलेबस के प्रत्येक टॉपिक को बेहद ही सरल व रोचक तरीके से समझाया जाता है। ब्राइट ट्यूटी अपने कोर्सेज हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए भी तैयार करता है। इसके अनुभवी शिक्षक अपने वीडियो लेक्चर्स को बेहद ही विस्तृत रूप से तैयार करते हैं, इससे विषय व अध्यायों के कॉन्सेप्ट को समझना आसान होता है।

 

अंग्रेज़ी विषय को कहां से सीखें या समझें

अंग्रेज़ी विषय को आप ब्राइट ट्यूटी स्टडी प्लेटफॉर्म से सीख सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म में सीबीएसई व अन्य 20 से अधिक बोर्ड के छात्रों के विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन कोर्स तैयार किये जाते हैं। देश के 5 लाख से अधिक छात्र ब्राइट ट्यूटी पर भरोसा करते हैं। छात्र इस प्लेटफॉर्म से कक्षा 10वीं तक के सभी विषयों के ऑनलाइन कोर्स खरीदें जा सकते हैं। ब्राइट ट्यूटी के पैनल में शामिल अनुभवी शिक्षकों ने अंग्रेज़ी के सभी टॉपिक्स को बेहद ही सरल वीडियो लेक्चर्स के माध्यम से सिखाया है। इससे छात्र अंग्रेज़ी विषय बेहद ही कम समय में समझ या सीख जाते हैं। 

ब्राइट ट्यूटी अपने प्रत्येक कोर्स में छात्रों को असाइनमेंट्स, बहुविकल्पीय प्रश्न-उत्तर व परीक्षा किट प्रदान करता है। इन सभी के निरंतर अभ्यास से छात्र अपने विषय को सीखते हुए परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला पाते हैं।