कंपार्टमेंट परीक्षाएं कैसे पास करें

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स्कूलों में वार्षिक सत्र पूरा होने पर छात्रों की परीक्षाएं आयोजित की जाती है। इन परीक्षाओं में पास होने के बाद ही छात्र नई कक्षा में प्रवेश करते हैं। लेकिन सभी छात्र पास हो जाएं ये जरूरी नहीं। कुछ छात्रों को दोबारा अपनी पुरानी क्लास में ही रहकर पढ़ना पड़ता है। जबकि जो छात्रों एक विषय में पास नहीं हो पाते हैं उन्हें कंपार्टमेंट की परीक्षा में बैठने का विकल्प दिया जाता है। इन परीक्षाओं में दोबारा बैठकर छात्र अनुत्तिर्ण विषयों में पास हो सकते हैं। इससे छात्रों का साल बच जाता है और उन्हें दोबारा एक ही क्लास में पढ़ाई करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। लेकिन कई बार कंपार्टमेंट की तैयारी के लिए छात्रों के पास समय नहीं होता, ऐसे में छात्रों को तेजी से कॉन्सेप्ट को समझने के लिए ब्राइट ट्यूटी जैसे स्टडी प्लेटफॉर्म की मदद लेनी चाहिए।

यह प्लेटफॉर्म कंपार्टमेंट वाले छात्रों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होता है। इसके ऑनलाइन वीडियो कोर्स की सहायता से छात्र अपनी कंपार्टमेंट परीक्षाओं के विषय के मुश्किल कॉन्सेप्ट को बेहद कम समय में सीखते हुए अपने साल को खराब होने से बचा सकते हैं।

सीबीएसई बोर्ड में कब होने वाली है कंपार्टमेंट परीक्षाएं

सीबीएसई द्वारा 12वीं व 10वीं के रिजल्ट के बाद कंपार्टमेंट परीक्षाओं और पुन: मूल्याकंन प्रक्रिया को आयोजित किया जाता है। सामान्यत: सीबीएसई बोर्ड द्वारा जुलाई के माह में कंपार्टमेंट परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से शैक्षिक सत्र, परीक्षा व रिजल्ट सभी व्यवस्थाएं प्रभावित हुई है।

सीबीएसई की ओर 12 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी कर यह बताया गया है कि कंपार्टमेंट की परीक्षाएं सिंतबर माह में आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं में बैठने के लिए आवेदन करने के लिए नियमित छात्रों को अपने स्कूल से संपर्क करना होगा, जबकि प्राईवेट छात्र सीबीएसई बोर्ड की वेबसाइट से सीधे आवेदन कर सकते हैं।

सीबीएसई की कंपार्टमेंट परीक्षाओं को लेकर क्या चाहते हैं छात्र

इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से लगभग सभी शैक्षिक बोर्ड को अपनी परीक्षाएं बीच में ही स्थगित करनी पड़ी थी। इसके बाद छात्रों के रिजल्ट जारी करने के लिए बोर्ड व सरकार द्वारा कई वैकल्पिक योजना बनाई गई और उन्हीं के आधार पर छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया। अब जिन छात्रों की कंपार्टमेंट आई है वह चाहते हैं कि कोरोना की वजह से उनकी परीक्षाएं भी स्थगित की जाएं। इस मांग को लेकर कुछ छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की थी। जिसको सुप्रीम कोर्ट की ओर से खारिज कर दिया गया है।

 

कंपार्टमेंट परीक्षा में कितने छात्र बैठेंगे

सीबीएसई कक्षा 10वीं की कंपार्टमेंट की परीक्षा में करीब 1,50,198 छात्र बैठेंगे, जबकि 12वीं परीक्षा में लगभग 87,651 छात्र परीक्षा देगें। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते छात्रों को परीक्षा के लिए थोड़ी सावधानी अवश्य बरतनी पड़ेगी।  

 

कंपार्टमेंट का पेपर देने में छात्रों को क्या समस्याएं आती है

अकसर देखा जाता है कि छात्रों के अन्य विषयों में अच्छे नंबर आते हैं। बस एक ही विषय ऐसा होता है जिसमें वह कमजोर होते हैं और इस कमजोर विषय को ही छात्र पास नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से उनकी कंपार्टमेंट आ जाती है। कंपार्टमेंट आने का एक बड़ा कारण यह भी है कि छात्रों को उस विषय के अध्यायों के कॉन्सेप्ट समझ नहीं आते हैं। जिसकी वजह से उनकी उस विषय पर रुचि समाप्त हो जाती है और काफी मेहनत करने के बाद भी छात्रों को वह विषय याद नहीं होता या समझ नहीं आता।

इसके अलावा कंपार्टमेंट की परीक्षाएं, वार्षिक परीक्षओं के रिजल्ट के कुछ समय के बाद ही आयोजित की जाती है। जिसके चलते छात्र कम समय में अपनी तैयारी नहीं कर पाते हैं। इन कारणों के बीच छात्रों को कंपार्टमेंट की परीक्षा अपनी अन्य विषय की परीक्षाओं की अपेक्षा बेहद मुश्किल या कठिन लगने लगती है।

 

कंपार्टमेंट परीक्षा की तैयारी कैसे करें

कंपार्टमेंट की परीक्षा देने से पहले छात्रों को सबसे पहले अपने मन को शांत बनाना होगा। शांत मन से ही छात्र कंपार्टमेंट परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से कर पाएंगे। इसके बाद आपको खुद ऐसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद लेनी होगी जहां से आप अपने विषय के कॉन्सेप्ट को आसानी से सीख पाएं। इसके लिए आप देश के लोकप्रिय स्टडी प्लेटफॉर्म ब्राइट् ट्यूटी को भी चुन सकते हैं। ब्राइट ट्यूटी छात्रों को प्रत्येक अध्याय पर विस्तृत वीडियो लेक्चर्स प्रदान करता है।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म – ऑनलाइन प्लेटफॉर्म छात्रों को बेहद ही सरलता से विषय को समझाते हैं। ब्राइट ट्यूटी के वीडियो कोर्सेज को अनुभवी शिक्षकों की टीम ने गहन अध्ययन के बाद बनाया है। इसमें दैनिक जीवन के कई ऐसे उदाहरणों को शामिल किया गया है जिससे छात्र बेहद कम समय और कम मेहनत के साथ कॉन्सेप्ट को समझ जाते हैं।

नोट्स तैयार करके – छात्रों को ब्राइट ट्यूटी के वीडियो लेक्चर्स को देखने के बाद महत्वपूर्ण बिंदुओं पर नोट्स तैयार करने चाहिए। नोट्स बनाने से यह फायदा होता है कि छात्र इन नोट्स को परीक्षा से कुछ समय पहले देखकर विषय को रिवाइस कर सकते हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्नों को हल करें – ब्राइट ट्यूटी अपने कोर्स में छात्रों को प्रत्येक वीडियो लेक्चर्स के बाद अभ्यास के लिए असाइनमेंट्स व बहुविकल्पीय प्रश्न प्रदान करता है। इन प्रश्नों को हल करने के बाद छात्रों को उनके जवाब भी बताए जाते हैं, इससे छात्र खुद का आकलन करते हुए यह जान पाते हैं कि उनको कौन सा टॉपिक समझ नहीं आया है।

पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों से करें तैयारी – ब्राइट ट्यूटी के वीडियो लेक्चर्स से संपूर्ण विषय को समझने या सीखने के बाद छात्रों को पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र, सैंपल पेपर्स व मॉडल टेस्ट पेपर्स से अभ्यास करना चाहिए। ब्राइट ट्यूटी अपने कोर्स की परीक्षा किट में छात्रों को यह सभी पेपर्स प्रदान करता है। छात्रों को यह परीक्षा किट सॉलव्ड व अनसॉलव्ड दोनों ही प्रारूपों में प्रदान की जाती है। इन प्रश्न पत्रों के अभ्यास से छात्र वास्तविक परीक्षाएं व कंपार्टमेंट परीक्षाओं में बेहतर अंक ला पाते हैं।

ब्राइट ट्यूटी अपने छात्रों को विषय की संपूर्ण जानकारी प्रदान करने के साथ ही उन्हें परीक्षाओं के लिए भी तैयार करता है। यह सीबीएसई, आईसीएसई, हरियाणा, यूपी व 20 से अधिक शैक्षिक बोर्ड के छात्रों के लिए ऑनलाइन कोर्स बनाता है। इसके कोर्स हिंदी, अंग्रेजी व बाईलिंग्वल (हिंदी-अंग्रेजी मिश्रित) भाषा में उपलब्ध कराए गए हैं। इसी वजह से करीब 5 लाख से अधिक छात्र ब्राइट ट्यूटी पर अपना भरोसा करते हैं। इसके कोर्स अन्य स्टडी प्लेटफॉर्म की अपेक्षा काफी कम कीमतों पर उपलब्ध कराए गए हैं।